वृद्धि एवं विकास का अर्थ सिद्धांत और व्यापक पक्ष - Education97.com

 वृद्धि एवं विकास(Growth And Development)

विकास(Development)

  • विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जो सतत चलती है तथा जिस में गुणात्मक परिवर्तन एवं मात्रात्मक परिवर्तन दोनों सम्मिलित होते हैं
  • विकास एक प्रगतिशील व क्रमबद्ध प्रक्रिया है जो जीवन पर्यंत चलती है 
  • विकास गर्व से कब्र तक चलता है 
  • विकास में मात्रात्मक व गुणात्मक दोनों ही प्रकार के परिवर्तन समाहित रहते हैं 
  • अपने जीवन काल में व्यक्ति कई तरह से विकसित होता है जैसे शारीरिक मानसिक भावात्मक विकास कई पक्षों में होता है 
  • विकास से प्रगतिशील और अपेक्षाकृत स्थाई परिवर्तन सम्मिलित और इन परिवर्तनों को परिवर्तित नहीं किया जा सकता किसी बीमारियां में होने वाले परिवर्तन विकास में शामिल नहीं होता है 

वृद्धि (Growth)

  • वृद्धि वह परिवर्तन है जिसका मापन संभव है जैसे लंबाई चौड़ाई ऊंचाई 
  • शरीर की मात्रात्मक पहलू में होने वाले परिवर्तन वृद्धि कहलाती है 
  • वृद्धि एक आजीवन चलने वाली प्रक्रिया नहीं है यह परिपक्वता तक चलती है 
  • अपने जीवन काल में व्यक्ति कई तरह से विकसित होता है जैसे शारीरिक मानसिक और और भावात्मक वृद्धि से शारीरिक विकास पर बल देती है
वृद्धि (Growth)विकास(Development)

विकास की व्यापक पक्ष( Broad Domains of Development)-

  • शारीरिक विकास (Physical Development)
  • संज्ञानात्मक विकास (Cognitive Development)
  • सामाजिक विकास (Social Development)
  • संवेगात्मक विकास(Emational Development)
Note- विकास के चारों पक्ष आपस में अंतः संबंधित होते हैं

   शारीरिक विकास (Physical Development)-

वृद्धि एवं विकास का अर्थ सिद्धांत और व्यापक पक्ष
शारीरिक विकास गत्यात्मक विकास से संबंधित हैMotor Development दो प्रकार के होते हैं

Motor Development-

गति संबंधित पक्ष जो शारीरिक विकास से संबंधित होते हैं
  1. स्थूल गतिक कौशल (Gross Motor Skills)
  2. सूक्ष्म गतिक कौशल(Fine Motor Skills)

स्थूल गतिक कौशल (Gross Motor Skills)-   

इसमें बड़ी मांसपेशियों का Use किया जाता है जैसे की Arm की Muscles ,Leg की Muscles ,कूदना, दौड़ना,रनिंग करना जंपिंग करना इसी के अंदर आता है

वृद्धि एवं विकास का अर्थ सिद्धांत और व्यापक पक्ष

सूक्ष्म गतिक कौशल(Fine Motor Skills)-

छोटी-छोटी मांसपेशियों का Use किया जाता है जैसे आंखों की मांसपेशियां हाथ की Muscles Etc.

वृद्धि एवं विकास का अर्थ सिद्धांत और व्यापक पक्ष

Note- विकास स्थूल से सूक्ष्म जाता है ( Gross To Fine- Development) 

संज्ञानात्मक विकास ( Congnitive Development)-

संज्ञानात्मक विकास मानसिक क्षमता से संबंधित है

जैसे- जानना,समझना,तर्क करने की क्षमता,कल्पना,स्मृति,अनुभूति,अवधान,समस्या समाधान निर्णय लेने की क्षमता रचनात्मकता भाषा से संबंधित है 

Brain=  Left Brain +Right Brain 

Left Brain = Logical ( science, Math, Language)
Right Brain= Creativity ( Drawing, Music, Dance)

सामाजिक विकास( Social Development)

 सामाजिक विकास से नैतिक विकास होता है, Moral Development भी इसी के अंतर्गत आता है
अरस्तु के अनुसार- मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है 

वृद्धि एवं विकास का अर्थ सिद्धांत और व्यापक पक्ष

सांवेगिक विकास( Emotional Development)

रैथस के अनुसार-हमारे संवेग हमारे जीवन में रंग भरते हैं 
Emotions and Cognition Are Interreelated.

वृद्धि एवं विकास का अर्थ सिद्धांत और व्यापक पक्ष

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